10+ पटना में घूमने की जगह जहाँ जाने का खाब देखते हैं विदेशी

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हेल्लो दोस्तों क्या आप पटना में घूमने की जगह की तलाश कर रहे हो, अगर हाँ तो आप बिलकुल सही जगह पर आये हो. क्योंकि हमने यहाँ पर पटना में घूमने की उन जगहों के बारे में बताया है, जिनको देखने का सपना केवल भारतीयों का ही नहीं बल्कि विदेशी लोगों का भी होता है. 

पटना, बिहार की राजधानी और गंगा नदी के किनारे बसा एक ऐतिहासिक और सांस्कृतिक रूप से समृद्ध शहर है। पटना का इतिहास 2500 साल से भी अधिक पुराना है और यह शहर कई प्राचीन सभ्यताओं का गवाह रहा है। इस शहर में कई ऐतिहासिक स्थल हैं जो भारत के प्राचीन इतिहास और संस्कृति को दर्शाते हैं। इसी लिए  पटना घूमने के लिए खास है क्योंकि यहाँ कई तरह के आकर्षण हैं जो पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं।

पटना में घूमने की जगह की लिस्ट  

  • Golghar
  • Budhha Smriti Park
  • Patna Museum
  • Sabhyata Dwar Patna
  • Eco Park 
  • Kangan Ghat
  • Sanjay Gandhi Biological Park
  • Gandhi Maidan 
  • Shrikrishna Science Centre
  • Takhat Sri Harimandir Ji (Patna Sahib)

गोल घर पटना  

गोलघर पटना का एक प्रसिद्ध ऐतिहासिक पर्यटन स्थल और पटना में घूमने की जगह है, जोकि पटना के पश्चिमी किनारे पर गांधी मैदान के पास स्थित है। गोलघर का निर्माण 1786 में बंगाल के तत्कालीन गवर्नर जनरल वारेन हेस्टिंग्स ने 1770 के भयंकर अकाल के बाद अनाज भंडारण के लिए करवाया था। यह अकाल इतना भयंकर था कि बिहार और बंगाल में करोड़ों लोग भुखमरी के शिकार हुए थे। गोलघर का निर्माण इस भयानक घटना से सबक लेकर भविष्य में होने वाले अकालों से बचाव के लिए किया गया था।

गोलघर एक विशालकाय गोलाकार भवन है जिसकी ऊंचाई 29 मीटर और व्यास 125 मीटर है। इसके अंदर 140,000 टन अनाज स्टोर किया जा सकता है। गोलघर की दीवारें 4 मीटर मोटी हैं और इसमें 145 सीढ़ियाँ हैं जो ऊपर तक जाती हैं। इसके ऊपर से पटना शहर का मनोरम दृश्य दिखाई देता है।

गोलघर एक महत्वपूर्ण ऐतिहासिक स्मारक है जो पटना की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक है। यह बिहार के सबसे लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में से एक है। इसी लिए आपको इस पटना में घूमने की जगह को ज़रूर देखना चाहिए।

गोलघर घूमने के लिए कुछ सुझाव

  • गोलघर सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक खुला रहता है और सोमवार को यह बंद रहता है।
  • इसमें प्रवेश शुल्क 10 रुपये है।
  • गोलघर घूमने के लिए सबसे अच्छा समय शाम का है इस समय शहर का दृश्य सबसे सुंदर दिखता है।
  • गोलघर के पास ही एक पार्क भी है जहाँ आप आराम कर सकते हैं या बच्चों के साथ खेल सकते हैं।
  • गोलघर पटना में घूमने की जगह में एक आदर्श स्थान है। यहां आप बिहार की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत के बारे में जान सकते हैं और शहर के मनोरम दृश्यों का आनंद ले सकते हैं।

बुद्धा स्मृति पार्क

पटना में घूमने की जगह में से एक बुद्धा स्मृति पार्क 22 एकड़ में फैला हुआ है जोकि भगवान बुद्ध के जीवन और शिक्षाओं को समर्पित है। इस पार्क में एक 200 फुट ऊंचा स्तूप है, जिसमें भगवान बुद्ध के अवशेष रखे गए हैं। इसके अलावा पार्क में एक ध्यान केंद्र, एक संग्रहालय और एक पुस्तकालय भी है।

बुद्ध स्मृति पार्क का निर्माण बिहार सरकार द्वारा भगवान बुद्ध के 2554वें जन्मदिन के उपलक्ष्य में किया गया था। इस पार्क का उद्घाटन 27 मई 2010 को तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा ने किया था।

इस पार्क का मुख्य आकर्षण और पटना में घूमने की जगह 200 फुट ऊंचा पाटलिपुत्र करुणा स्तूप है। यह स्तूप सफेद संगमरमर से बना है और इसमें छह देशों से लाए गए भगवान बुद्ध के अवशेष रखे गए हैं। इस स्तूप के चारों ओर चार विशाल प्रतिमाएँ हैं, जो भगवान बुद्ध के चार प्रमुख शिष्यों को दर्शाती हैं।

बुद्ध स्मृति पार्क पटना के सबसे लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में से एक है। यह पार्क भगवान बुद्ध के जीवन और शिक्षाओं के बारे में जानने के लिए एक आदर्श स्थान है।

बुद्ध स्मृति पार्क पटना में घूमने की जगह के लिए टिप्स 

  • यह पार्क सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक खुला रहता है। सोमवार को यह बंद रहता है।
  • इस पार्क में प्रवेश शुल्क 10 रुपये है।
  • इस पार्क में घूमने का सबसे अच्छा समय सुबह का है जब मौसम सुहावना होता है।
  • पार्क में कई जगहों पर बौद्ध धर्म के बारे में जानकारी दी गई है। आप इन सूचनाओं को पढ़कर भगवान बुद्ध के जीवन और शिक्षाओं के बारे में जान सकते हैं।

पटना म्यूजियम

पटना म्यूजियम सबसे अच्छी पटना में घूमने की जगह में एक है जिसे 3 अप्रैल 1917 को ब्रिटिश राज के दौरान स्थापित किया गया था। इसका निर्माण बिहार और आसपास के क्षेत्रों में पाए जाने वाले ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व के वस्तुओं को संग्रहीत करने के लिए किया गया था।

पटना संग्रहालय में प्राचीन भारत के विभिन्न कालखंडों से संबंधित कलाकृतियों का एक विशाल संग्रह है। इनमें मौर्य, गुप्त, पाल, मुगल और ब्रिटिश काल की मूर्तियाँ, चित्र, सिक्के, हथियार और अन्य वस्तुएँ शामिल हैं।

पटना संग्रहालय के कुछ प्रमुख आकर्षण 

दीदारगंज यक्षी: यह 2300 वर्ष पुरानी मूर्ति भारत की सबसे प्रसिद्ध मूर्तियों में से एक है। यह मूर्ति एक यक्षी (देवी) की है, जो अपनी सुंदरता और सौंदर्य के लिए प्रसिद्ध है।

मगध महाकाव्य: यह 2000 वर्ष पुराना चित्र पटल है, जो महाभारत के एक दृश्य को दर्शाता है। यह चित्र पटल भारत के सबसे पुराने और महत्वपूर्ण चित्र पटलों में से एक है।

गिरनार यक्षी: यह 1000 वर्ष पुरानी मूर्ति एक यक्षी की है, जो अपनी भव्यता और आकर्षण के लिए प्रसिद्ध है।

महाबोधि मंदिर के शिखर से खोजी गई कलाकृतियाँ: ये कलाकृतियाँ 12वीं शताब्दी की हैं और महाबोधि मंदिर के शिखर से खोजी गई थीं। इनमें मूर्तियाँ, चित्र और अन्य वस्तुएँ शामिल हैं।

पटना संग्रहालय पटना में घूमने की जगह के लिए एक आदर्श स्थान है। यहां आप बिहार की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत के बारे में जान सकते हैं और प्राचीन भारत की कलाकृतियों का आनंद ले सकते हैं।

सभ्यता द्वार पटना

सभ्यता द्वार पटना, बिहार में स्थित एक विशाल विजय स्मारक और पटना में घूमने की जगह है। यह स्मारक गंगा नदी के तट पर स्थित है और इसका निर्माण मौर्य-शैली वास्तुकला में किया गया है। सभ्यता द्वार का उद्देश्य बिहार राज्य की राजधानी पाटलिपुत्र की परंपराओं और संस्कृति की प्राचीन महिमा दिखाना है।

सभ्यता द्वार 32 मीटर ऊंचा और 8 मीटर चौड़ा है जिसका निर्माण राजस्थान के लाल-सफेद बलुआ पत्थर से किया गया है। स्मारक के चारों ओर एक सुंदर पार्क है, जिसमें विभिन्न प्रकार के फूल और पेड़ मोजूद हैं। इसके अलावा इस पार्क में एक झील भी है, जिसमें मछलियाँ तैरती हैं।

सभ्यता द्वार पर बिहार से जुड़े चार महापुरुषों के संदेशों को लिखा गया है। 

  1. महात्मा बुद्ध
  2. भगवान महावीर
  3. सम्राट अशोक
  4. मेगस्थनीज

इन संदेशों में बिहार की प्राचीन सभ्यता और संस्कृति के बारे में बताया गया है।

सभ्यता द्वार पटनामें घूमने की जगह में एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है, यहाँ हर दिन सैकड़ों पर्यटक आते हैं। घूमने के लिए, आप स्मारक के चारों ओर घूम सकते हैं, उद्यान में टहल सकते हैं, और स्मारक के ऊपर से गंगा नदी का दृश्य देख सकते हैं।

सभ्यता द्वार की कुछ खास बातें

  • यह बिहार की प्राचीन सभ्यता और संस्कृति का प्रतिनिधित्व करता है।
  • यह वास्तुकला और कला का एक उत्कृष्ट उदाहरण है।
  • यह एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है।
  • यदि आप पटना में हैं, तो सभ्यता द्वार देखने के लिए ज़रूर जाएँ। यह एक ऐसा स्थान है जो आपको बिहार की समृद्ध विरासत और संस्कृति के बारे में जानने में मदद करेगा।

इको पार्क पटना

इको पार्क पटना, बिहार का एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है जोकि 9.18 हेक्टेयर के क्षेत्र में फैला हुआ है। जिसमे विभिन्न प्रकार के आकर्षण हैं। इको पार्क पटना घूमने के लिए खास जगह है क्योंकि यहाँ आप निम्नलिखित चीजें कर सकते हैं

प्रकृति का आनंद लें: इको पार्क में कई तरह के पेड़-पौधे और फूल हैं, आप इस पटना में घूमने की जगह में टहलते हुए प्रकृति का आनंद ले सकते हैं।

बोटिंग करें: पार्क में दो झीलें हैं, जिनमें आप बोटिंग का आनंद ले सकते हैं।

झूले झूलें: इस पार्क में बच्चों के लिए दो झूला पार्क हैं। आप अपने बच्चों के साथ झूले झूल सकते हैं।

खेलें: पार्क में एक ओपन जिम है, जहाँ आप व्यायाम कर सकते हैं। इसके अलावा, पार्क में एक फ़ुटबॉल ग्राउंड और एक बास्केटबॉल कोर्ट भी है।

आराम करें: पार्क में एक सुंदर उद्यान है, जहाँ आप आराम कर सकते हैं और शांति का आनंद ले सकते हैं।

इको पार्क पटना एक ऐसी पटना में घूमने की जगह है जहाँ आप परिवार और दोस्तों के साथ एक सुंदर और आनंद दायक समय बिता सकते हैं।

कंगन घाट पटना

कंगन घाट पटना के सबसे लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में से एक है। यह गंगा नदी के किनारे स्थित है और यहां से गंगा नदी का एक सुंदर दृश्य दिखाई देता है। घाट पर कई मंदिर और मठ भी हैं, जिनमें से सबसे प्रसिद्ध गुरुद्वारा कंगन घाट है।

कंगन घाट का नाम उस घटना के नाम पर रखा गया है जब सिखों के दसवें गुरु, गुरु गोविंद सिंह जी ने अपने बचपन में यहां एक सोने का कंगन फेंक दिया था। कहा जाता है कि गुरु गोविंद सिंह जी ने यह कंगन सांसारिक वस्तुओं से दूर रहने के प्रतीक के रूप में फेंका था।

कंगन घाट पटना में घूमने की जगह

गंगा नदी का सुंदर दृश्य: कंगन घाट गंगा नदी के किनारे स्थित है और यहां से गंगा नदी का एक सुंदर दृश्य दिखाई देता है। यहां बैठकर आप गंगा नदी के बहाव को देख सकते हैं और प्रकृति का आनंद ले सकते हैं।

गुरुद्वारा कंगन घाट: गुरुद्वारा कंगन घाट सिखों के दसवें गुरु, गुरु गोविंद सिंह जी का जन्मस्थान है। यह गुरुद्वारा एक विशाल संरचना है जिसमें एक सुनहरा गुंबद और एक सोने की छत है।

अन्य मंदिर और मठ: कंगन घाट पर कई अन्य मंदिर और मठ भी हैं, जिनमें से कुछ प्रसिद्ध हैं:

  • गुरुद्वारा बाल लीला मैनी संगत
  • गुरुद्वारा गुरु का बाग
  • गुरुद्वारा हांडी साहिब

संजय गांधी बायोलॉजिकल पार्क

संजय गांधी बायोलॉजिकल पार्क सबसे प्रसिद्ध पटना में घूमने की जगह है। यह पार्क पटना के बेली रोड पर स्थित है जोकि 62 हेक्टेयर में फैला हुआ है। इस पार्क में विभिन्न प्रकार के पशु-पक्षी और वनस्पति प्रजातियां पाई जाती हैं।

संजय गांधी बायोलॉजिकल पार्क घूमने के लिए क्या देखें

विविध प्रकार के पशु-पक्षी: संजय गांधी बायोलॉजिकल पार्क में आपको विभिन्न प्रकार के पशु-पक्षी देखने को मिलते हैं, जिनमें शेर, बाघ, हाथी, हिरण, टाइगर, राइनो, जिराफ, मगरमच्छ, और कई प्रकार के पक्षी शामिल हैं। इस पार्क में एक एक्वेरियम भी है, जिसमें विभिन्न प्रकार की मछलियां, क्रस्टेशियंस, और अन्य जलीय जीव पाए जाते हैं।

सुंदर वनस्पति: संजय गांधी बायोलॉजिकल पार्क में विभिन्न प्रकार की वनस्पति प्रजातियां पाई जाती हैं, जिनमें पेड़-पौधे, फूल, और औषधीय पौधे शामिल हैं। पार्क में एक ग्लास हाउस भी है, जिसमें दुर्लभ प्रकार की वनस्पति प्रजातियां पाई जाती हैं।

मनोरंजन के लिए सुविधाएं: संजय गांधी बायोलॉजिकल पार्क में बच्चों के लिए एक मनोरंजन पार्क भी है, जिसमें झूले, नाव, और अन्य गतिविधियां शामिल हैं। पार्क में एक 3D सिनेमा हॉल भी है, जिसमें वन्यजीवों के बारे में फिल्में दिखाई जाती हैं।

गाँधी मैदान पटना

पटना में घूमने की जगह गाँधी मैदान का इतिहास 1824 से शुरू होता है, जब इसे एक गोल्फ कोर्स और घुड़दौड़ ट्रैक के रूप में विकसित किया गया था। 1912 में, यह मैदान एक सार्वजनिक पार्क के रूप में जनता के लिए खोल दिया गया था। 1917 में, महात्मा गांधी ने गाँधी मैदान में अपना पहला सार्वजनिक भाषण दिया था, जिसके बाद से इसे गाँधी मैदान के नाम से जाना जाने लगा।

गाँधी मैदान में घूमने की जगह 

  • महात्मा गांधी की प्रतिमा: महात्मा गांधी की यह प्रतिमा गाँधी मैदान के केंद्र में स्थित है।
  • शहीद स्मारक: यह स्मारक 1942 के भारत छोड़ो आंदोलन में मारे गए स्वतंत्रता सेनानियों को समर्पित है।
  • बिहार संग्रहालय: यह संग्रहालय बिहार के समृद्ध इतिहास और संस्कृति को दर्शाता है।

श्री कृष्णा विज्ञान केंद्र

श्री कृष्णा विज्ञान केंद्र पटना में घूमने की जगह में सबसे लोकप्रिय पर्यटन स्थल है। यह केंद्र विज्ञान और प्रौद्योगिकी के बारे में जागरूकता बढ़ाने और बच्चों में विज्ञान के प्रति रुचि पैदा करने के लिए काम करता है। इस केंद्र में विज्ञान के विभिन्न पहलुओं पर प्रदर्शनियां, मॉडल, और अन्य संसाधन हैं। इन प्रदर्शनियों और संसाधनों के माध्यम से, आप विज्ञान के बारे में जान सकते हैं और विज्ञान के सिद्धांतों को समझ सकते हैं।

इसके अलावा इस केंद्र में बच्चों के लिए कई मनोरंजक गतिविधियां भी हैं, जैसे कि 3D थिएटर, रोबोटिक्स क्लब, और अन्य कार्यशालाएं। इन गतिविधियों के माध्यम से, बच्चे विज्ञान और प्रौद्योगिकी में रुचि विकसित कर सकते हैं।

यहाँ कुछ खास बातें हैं जो श्री कृष्णा विज्ञान केंद्र को अन्य विज्ञान केंद्रों से अलग बनाती हैं

  • यह विज्ञान केंद्र बच्चों के लिए विशेष रूप से डिज़ाइन किया गया है।
  • इस केंद्र में विज्ञान के विभिन्न पहलुओं पर प्रदर्शनियां, मॉडल, और अन्य संसाधन हैं।
  • इस केंद्र में बच्चों के लिए कई मनोरंजक गतिविधियां भी हैं।
  • इस केंद्र में विज्ञान के इतिहास और विकास पर एक प्रदर्शनी है।

पटना साहिब

पटना साहिब गुरु गोविंद सिंह जी का जन्मस्थान है, जो सिख धर्म के दसवें गुरु थे, यह गुरुद्वारा पटना साहिब सिख धर्म के सबसे पवित्र स्थलों में से एक है। इसी लिए यह सबसे अच्छी पटना में घूमने की जगह में एक है।

गुरुद्वारा पटना साहिब का निर्माण 17 वीं शताब्दी में किया गया था। गुरुद्वारा एक विशाल संरचना है जिसमें एक सुनहरा गुंबद और एक सोने की छत है। गुरुद्वारे में गुरु गोविंद सिंह जी से संबंधित कई ऐतिहासिक वस्तुएं प्रदर्शित हैं, जिनमें उनका पालना, तलवार, और कुछ सिक्के शामिल हैं।

पटना साहिब सिख धर्म के लिए एक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल है। यह एक ऐसी जगह है जहां सिख धर्म के अनुयायी अपने गुरुओं की शिक्षाओं को याद कर सकते हैं और उनकी आध्यात्मिकता को महसूस कर सकते हैं।

पटना साहिब घूमने के टिप्स 

  • सिख धर्म के बारे में जानने का मौका: पटना साहिब सिख धर्म के सबसे पवित्र स्थलों में से एक है। यहां आप गुरु गोविंद सिंह जी के जीवन और शिक्षाओं के बारे में जान सकते हैं।
  • गुरुद्वारा की वास्तुकला का आनंद लें: पटना साहिब एक विशाल और सुंदर गुरुद्वारा है। यहां आप गुरुद्वारा की वास्तुकला का आनंद ले सकते हैं।
  • प्रकाशोत्सव का अनुभव करें: प्रकाशोत्सव गुरु गोविंद सिंह जी के जन्मदिन के उपलक्ष्य में मनाया जाता है। यह एक बहुत ही भव्य समारोह है, जिसमें लाखों श्रद्धालु भाग लेते हैं।

अन्य पढ़ें:

यह थी पटना में घूमने की जगह अगर आप पटना घूमने के लिए गए हो तो इन जगहों पर आपको जरूर जाना चाहिए. हमने कमेन्ट कर के जरूर बताएं आपको पटना में कोनसी जगह सबसे अधिक पसंद है, और इस लेख को अपने दोस्तों के साथ शेयर करना न भूलें.


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