दोस्तों अगर आपका थोडा भी रुझान स्टॉक मार्केट की तरफ है तो आपने डीमैट अकाउंट के बारे में ज़रूर सुना होगा, और आपके मन में ये ख्याल ज़रूर आया होगा की डीमैट अकाउंट क्या होता है. आपके इसी सवाल का जवाब में आज के इस ब्लॉग पोस्ट में दूंगा और बिलकुल आसान भाषा में आपको ये समझाने की कोशिश करूंगा की डीमैट अकाउंट क्या होता है, और इसे केसे खोला जाता है.
बात अगर अबसे 5-7 साल पहले की करें तो डीमैट अकाउंट खोलने के लिए हमें बेंक में जाना पड़ता था लेकिन अब दोर बदल चूका है. अगर आपके पास पेन कार्ड है तो आप बहुत आसानी से अपना डीमैट अकाउंट ऑनलाइन खोल सकते हैं, इसके लिए इंटरनेट पर जीरोधा, ऐंजल ब्रोकिंग और ग्रो एप्प जेसी बहुत बहुत सारी कंपनिया मिल जायेंगी जो आपका डीमैट अकाउंट घर बेठे खोल देती हैं.
डीमैट अकाउंट क्या होता है
दर असल डीमैट अकाउंट का इस्तेमाल उन ट्रेडर्स और इन्वेस्टर दुवारा किया जाता है, जो शेयर बाज़ार में शेयर, म्यूचुअल फंड, बॉन्ड, ईटीएफ को खरीदने और बेंचने का काम करते हैं. पहले के ज़माने में जब हम कोई शेयर, बॉन्ड या किसी अन्य चीज़ को खरीदते थे तो उसका सबूत कागज़ के तोर पर दिया जाता था, जिसमे कुछ पेपर वर्क भी शामिल होता था, लेकिन अब उस सबूत को इलेक्ट्रोनिक तोर पर डीमैट अकाउंट में रख दिया जाता है.
मान लीजिये आपने एक लाख रूपये के टाटा स्टील के शेयर खरीदे और आपको उसको खरीदने के बाद कुछ पेपर मिले, 5 साल बाद आप उन शेयर को बेंचना चाहते हैं, लेकिन वो दस्तावेज़ आपसे गम हो गए तो अब उन शेयर पर अपना मालिकाना हक़ साबित करने के लिए बहुत सारी परेशानियों का सामना करना पड़ता था.
लेकिन डीमैट अकाउंट के आने से आप को कोई कागज़ी काम नहीं करना पड़ता, क्योंकि आपके द्वारा खरीदे गए एसेट को अब इस अकाउंट में इलेक्ट्रोनिकली स्टोर कर लिया जाता है.
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डीमैट अकाउंट कितने प्रकार के होते हैं
वेसे तो डीमैट अकाउंट केवल एक ही प्रकार का होता है, लेकिन इसमें कुछ वेरिएंट होते हैं.
- इंडिविजुअल डीमैट अकाउंट: ये अकाउंट एक आदमी का होता है जहाँ पर वो अपनी पर्सनल इन्वेस्टमेंट को होल्ड कर के रख सकता है.
- जॉइंट डीमैट अकाउंट: इस प्रकार के अकाउंट 2 या उससे अधिक लोगों के होते हैं, जिसमे ये लोग अपने एसेट्स को संभाल कर रख सके हैं. इस तरह के एकाउंट में सभी लोगों के सिग्नेचर की ज़रुरत होती है.
- माइनर डीमैट अकाउंट: ये अकाउंट कम उम्र वाले बच्चों का होता है जिसे उसके माता-पिता मेनेज करते हैं, जब ये बच्चा बड़ा हो जाता है तब ये उसे खुद मेनेज कर सकता है.
- एन-आर-आई डीमैट अकाउंट: ये अकाउंट उन लोगों के लिए होते हैं जो भारत से बहार रहकर भारत में अपने पेसे को निवेश करना चाहते हैं.
- कोर्पोरेट डीमैट अकाउंट: इस तरह के अकाउंट किसी भी कंपनी या कोर्पोरेशन के हो सकते हैं जहाँ पर वो अपने कोर्पोरेट सिक्योरटी को रखते हैं.
इनके अलावा भी कई प्रकार के डीमैट अकाउंट हो सकते हैं, लेकिन ये कुछ प्रमुख डीमैट अकाउंट होते हैं जिनके ज़रिये आप आसानी से निवेश कर सकते हैं.
डीमैट अकाउंट के फायदे:
- डीमैट अकाउंट से आप स्टोक मार्किट में उपलब्ध सभी चीज़ों को खरीद और बेंच सकते हैं. जेसे शेयर, बॉन्ड करेंसी आदि.
- डीमैट अकाउंट खोलने से किसी भी शेयर को खरीदते वक़्त कोई पेपर वर्क करने की ज़रुरत नहीं पड़ती, आप चाहो तो शेयर को खरीद कर तुरंत बेंच भी सकते हो.
- डीमैट अकाउंट खोल कर शेयर बाज़ार में शेयर को खरीद और बेंच कर मुनाफा कमाया जा सकता है.
डीमैट अकाउंट के नुक्सान
- डीमैट अकाउंट खुलवाने के लिए आपको 200 से 500 रूपये तक का चार्ज लग सकता है
- डीमैट अकाउंट चलने के लिए हमें इंटरनेट की ज़रुरत रहती है
- अगर आपने कुछ एसेट खरीद रखे हैं, तो मार्केट के बदलाव से उनमे नुक्सान होने की सम्भावना बनी रहती है, इसी लिए सही तरीके से निवेश करना चाहिए
ऑनलाइन डीमैट अकाउंट कैसे खोलें
अगर आप शेयर बाज़ार में स्टोक खरीदना और बेंचना चाहते हो तो आपको एक डीमैट अकाउंट के आवश्यकता होती है, जितना मुश्किल इसका नाम लगता है उससे कहीं जियादा आसानी से आप इस खाते को खोल सकते है. ऑनलाइन डीमैट अकाउंट खोलने के लिए आपके पास पेन कार्ड, आधार कार्ड, केंसिल चेक और आपका बेंक खाता नंबर होना आवश्यक है.
डीमैट अकाउंट खोलने के लिए आपको दिए गए लिकं पर क्लिक करके अपने दस्तावेज़ अपलोड करने हैं, और आपका अकाउंट खुल जाएगा.
डीमैट अकाउंट से क्या फायदा होता है?
डीमैट अकाउंट से आप स्टोक मार्केट में उपलब्ध किसी भी चीज़ को खरीद और बेंच कर पेसे कमा सकते हो.
डीमैट अकाउंट का चार्ज कितना होता है?
कुछ कंपनियों में आप बिना कोई शुल्क दिए फ्री में डीमैट अकाउंट खुलवा सकते हो, जबकि कुछ कम्पनियाँ इसके लिए 200 से 500 रूपये तक का चार्ज लेती हैं.
डीमैट अकाउंट और बैंक अकाउंट में क्या अंतर है?
बेंक अकाउंट में आप अपने पेसे को जमा रखते हो, जबकि डीमैट अकाउंट में आप अपने शेयर, म्यूचुअल फंड, बॉन्ड, ईटीएफ आदि को रखते हो.
Demat Account Meaning in Hindi
डीमैट अकाउंट को हिन्दी में अभौतिकीकृत खाता कहते है, जहाँ हम अपने एसेट्स के कॉन्ट्रैक्ट्स को इलेक्ट्रोनिकली स्टोर करके रखते हैं.
मुझे उम्मीद है इस लेख को पढ़ कर आप समझ चुके होंगे की डीमैट अकाउंट क्या है, अगर आपको हमारा ये लेख पसंद आया है तो इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर ज़रूर करें.